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मेधा पाटकर का आम आदमी पार्टी से इस्तीफा

04:38 Unknown 0 Comments

नई दिल्लीः आपसी कलह के दौर के बाद आर-पार की लड़ाई से जूझ रही आम आदमी पार्टी की नेता मेधा पाटकर ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अपना इस्तीफा देते समय मेधा पाटकर ने कहा, योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर जो आरोप लगे वो गलत हैं और जो हुआ ठीक नहीं हुआ। उन्होंने कहा, आज की घटना काफी दुखद है।

इससे पहले पार्टी की कार्यशैली में कई अहम बदलावों की मांग कर रहे योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को AAP की राष्ट्रीय परिषद से निष्कासित कर दिया गया। राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग से बाहर आते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि आज लोकतंत्र की हत्या हुई है, कई लोगों के साथ मारपीट हुई। योगेंद्र ने कहा, बैठक का ड्रामा किया गया था यहां तो बाउंसरों को बुलाया गया था। 

भूषण ने कहा कि शुक्रवार को जारी हुए स्टिंग ऑपरेशन में अरविंद केजरीवाल जो कुछ भी कहते हुए सुनाई दे रहे थे, उसे आज की बैठक में पूरा किया गया। लोगों को लात-घूसे मारकर और घसीटकर मीटिंग से बाहर किया गया। दोनो नेताओं ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यहां गुंडों को मीटिंग में बुलाया गया था, जिनमें से कुछ को हम विधायक भी कहते हैं। 

'आप' की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के संस्थापक सदस्यों योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटाया गया। राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भूषण और यादव को हटाने का प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित हुआ। योगेंद्र यादव के समर्थकों आनंद कुमार और अजीत झा को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया। प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया कि बैठक में गुंडे बुलाए गए थे। हमारे समर्थकों को बैठक में पीटा गया। यह बैठक पूरी तरह से एक स्वांग थी। 

दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और आशुतोष इस आरोपों को झुठलाते दिखाई दिए। AAP नेता संजय सिंह ने कहा कि अगर आप चाहें तो हम इस बात का सबूत भी पेश कर देंगे। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी नेताओं ने कहा कि 8 लोगों ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के पक्ष में वोट किया जबकि 247 सदस्यों ने उन्हें राष्ट्रीय परिषद से बाहर करने के समर्थन में हाथ उठाया।

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